तोहार दिन चाहे रात मै, अश्या लागतु तोहार यादेयादलेभरल मै, बग्या बनाईतु जुनीभर साथ देतीजैना, बाचा कसम खैती तोहार ऊ ध्यार मायाके मै, गथ्या बनाईतु हिरामोती धन नाई, तोहार माया हुईत पुगि तोहार व मोर भ्वाजकला मै, जग्या बनाईतु चाहे गोरी रहो या काली, तु मोर हुलसे पुगि तोहार व मोर मायाके ला मै, सग्या बनाईतु दिलसे तु मोर हुुईतो कैदेऊ, वत्र कबोत पुगि तोहार व मोर मायाले बधल मै, गट्या बनाईतु रामदेब रत्गैयाँ राजापुर–२, नयाँगाउँ, बर्दिया